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Plaster of Paris Ka Sutra | प्लास्टर ऑफ पेरिस का सूत्र क्या है?

आज हम आपको प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के बारे में जानकारी देने वाले हैं और आपको यह भी बतायंगे की Plaster of paris ka sutra kya hai (प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का सूत्र क्या है?) दोस्तों अगर आपने कभी रसायनविज्ञान की किताब को पलटकर देखा है, तो आपने प्लास्टर ऑफ़ पेरिस plaster of paris यानि POP को जरूर देखा होगा।

क्या अपने कभी सोचा है की प्लास्टर ऑफ़ पेरिस कैसे बनाया जाता है? प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के कितने प्रकार होते हैं? और प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग क्या है? यदि नहीं तो आइये Plaster of Paris के बारे में जानते है और पता करते है की प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का सूत्र क्या है (Plaster of paris ka sutra kya hai). इससे सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस क्या होता है 

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस जिप्सम से बना एक सफ़ेद रंग का Powder (चूर्ण) होता है, जो कि निर्जलित जिप्सम होता है। जब इस जिप्सम को 120–180 °C (248–356 °F) तक गर्म किया जाता है तब जिप्सम में उपस्थित जल कि मात्रा का तीन चौथाई अवशोषित हो जाता है, इसके पश्चात जिप्सम का जो अवशेष बचता है उसे ही हम प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के नाम से जानते हैं। जिसका रासायनिक नाम Calcium Sulphate Hemihydrate (कैल्सियम सल्फेट हेमिहायड्रेट) होता है।

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस में “पेरिस” क्यों

कई लोगों को यह बात पता नहीं होती है कि प्लास्टर ऑफ़ पेरिस में “पेरिस” शब्द क्यों लगा रहता है। तो आइये अब हम आपको बताते है कि प्लास्टर ऑफ़ पेरिस में “पेरिस” क्यों लगा रहता है।

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का निर्माण जिप्सम कि सहायता से किया जाता है। दरअसल ये जिप्सम जिसका इस्तेमाल POP बनाने में किया जाता है वो फ्रांस कि राजधानी पेरिस में पाया जाता है, इसलिए इसे प्लास्टर ऑफ़ पेरिस कहते है।

Plaster of Paris Ka Sutra

दोस्तों जैसा कि आपने जाना कि प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का निर्माण जिप्सम से किया जाता है और इसका रासायनिक नाम  कैल्सियम सल्फेट हेमिहायड्रेट है। दरसल इसी में आपके सवाल प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का रासायनिक सूत्र क्या है ( plaster of paris  ka sutra kya hai ) का जवाब छुपा हुआ है।

Plaster of Paris Ka Sutra CaSO4.1/2H2O होता है। प्लास्टर ऑफ़ पेरिस को कैल्सियम सल्फेट हेमिहायड्रेट के नाम से भी जाना जाता है।

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के निर्माण का रासायनिक सूत्र

CaSO4.2H2O → CaSO4.1/2H2O + 3/2H2O

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के निर्माण के लिए जिप्सम को 120–180°C या 248–356°F farenhite (फैरनहीट) पर गर्म किया जाता है, उस दौरान जिप्सम में मौजूद जल कि मात्रा अवशोषित हो जाती है। उसके बाद जिप्सम प्लास्टर ऑफ़ पेरिस में तब्दील हो जाता है।

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस कैसे तैयार किया जाता है

जैसा कि हमने आपको बताया कि जब जिप्सम को गर्म करके ठंडा होने दिया जाता है , तब जल के अवशोषित हो जाने के बाद जो पाउडर बचता है। उसे ही प्लास्टर ऑफ़ पेरिस कहा जाता है।

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस से जिप्सम कैसे बनता है

यदि आपको प्लास्टर ऑफ़ पेरिस को जिप्सम में बदलना है तो , इस प्रक्रिया के लिए आपको सूखे प्लास्टर ऑफ़ पेरिस में सूखे जल कि मात्रा मिश्रित करनी होगी। इसके बाद सूखा प्लास्टर ऑफ़ पेरिस जिप्सम में परिवर्तित हो जायेगा।

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस कितने प्रकार के होते हैं

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस तीन प्रकार के होते हैं।

  • जिप्सम प्लास्टर
  • सीमेंट प्लास्टर
  • चूना प्लास्टर

जिप्सम प्लास्टर

इस प्रकार के प्लास्टर को बनाने के लिए जिप्सम को 300 डिग्री farenhite फैरनहीट तापमान पर ऊष्मा प्रदान कि जाती है। तब जाकर जिप्सम प्लास्टर का निर्माण होता है। एफडी इस जिप्सम को 392 डिग्री तापमान पर गर्म किया जाय तब हमें निर्जलित जिप्सम कि प्राप्ति होगी ।

सीमेंट प्लास्टर

जब किसी प्लास्टर के साथ पोर्टलैंड सीमेंट , पानी और रेत को मिलाया जाता है , तब जाकर सीमेंट प्लास्टर का नीर्माण होता है। इसका प्रयोग चिकनी सतह प्राप्त करने के लिए प्लास्टर के बहरी और भीतरी सतह पर इसका उपयोग किया जाता है। जिप्सम प्लास्टर में आखिरी सतह को अकसर सीमेंट प्लास्टर के साथ जोड़ा जाता है।

चूना प्लास्टर

जब Calcium Hydroxide ( कैल्सियम ह्यड्रोक्सीडे ) के साथ रेत और भराव का मिश्रण किया जाता है , तब जाकर जिस प्लास्टर का निर्माण होता है उस ही हम चुना प्लास्टर के नाम से जानते हैं।

चूना पत्थर को जल्दी चूना में परिवर्तित करने के लिए उसे गर्म किया जाता है , और उसमे जल कि मात्रा मिश्रित कि जाती है , इसे अक्सर white powder ( सफ़ेद पाउडर ) या Wet Potty ( वेट पोट्टी ) के नाम से जानते हैं।

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के अनुप्रयोग

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का हमारे दैनिक जीवन में कई जगह किया जाता है। जैसे प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का प्रयोग सजावट कि सामग्री , दन्त चिकित्सक में, मूर्तिनिर्माण में और हड्डी टूटने पर उसे जोड़ने में किया जाता है। प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के मुख्य उपयोग को निचे पॉइंट में बताया गया है :

  • टूटी हड्डियों का प्लैज़र करने में प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग किया जाता है।
  • प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग चोक बनाने में ( जो बोलकबोर्ड पे लिखा जाता है ) में किया जाता है।
  • खिलोने तथा मूर्तिया बनाने में प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग किया जता है।
  • दांतो के इलाज़ में प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग डॉक्टर विभिन्न उद्देश्यों से करता है।
  • सांचे को बनाने में प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग किया जाता है।
  • लकड़ी के चीजों में दरार और छेद को भरने में प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का इस्तेमाल किया जाता है।
  • प्लास्टर ऑफ़ पेरिस एक अग्निरोधक तत्त्व है , जिस कारन इसका उपयोग अग्नि से सुरक्षा में किया जाता है।
  • प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग भवन निर्माण में भी किया जाता है।
  • इसके साथ साथ  3D प्रिंटिंग में भी प्लास्टर ऑफ़ पेरिस  का उपयोग किया बड़ी तेजी से बढ़ रहा है।
  • इसके अलावा मोल्डिंग और कास्टिंग में भी प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का उपयोग किया जाता है।

इस प्रकार से प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के और भी बहुत सारे उपयोग हैं। आज के आर्टीकल से आपने जाना कि Plaster of Paris ka Sutra kya hai या  प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का सूत्र क्या है , साथ ही प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का रासायनिक सूत्र एवं उसकी निर्माण प्रक्रिया को जाना । इसके अलावा प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के प्रकार और और उसके सम्बंधित उपयोग को भी देखा , मुझे उम्मीद है हमारा ये post ( पोस्ट) आपको informative ( इन्फोर्मटिवे ) और knowledgeable ( ज्ञानवर्धक) लगा होगा ।

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